
संपादक आनन्द शुक्ला।
विश्व जल दिवस की पूर्व संध्या पर बच्चे बोले जल है तो कल है
सिठमरा में मीना मंच के बच्चे बोले जल है तो कल है। भविष्य के लिए जल बचाएं।

रूरा कानपुर देहात।
नीले बैलून से बूंद बनाकर पानी पंचायत मे प्राथमिक बाजपेई पुरवा के बच्चों ने गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए भूटान नेपाल आदि देशों से तीन अन्तर्राष्ट्रीय पदक और पुरस्कार विजेता शान्या ने कहा कि गंगोत्री हिमनद पच्चीस से तीस मीटर प्रति वर्ष सिकुड़ रहा है जिससे समुद्र तटीय देश डूबेंगे, डूबते हुए देशों के लोग दूसरे देशों में घुसेंगे जिससे युद्ध का खतरा बढ़ेगा आज हम जमीन के तीसरे स्टेटा से जल दोहन कर रहे हैं जो एक साल में रिचार्ज होता है ।
इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाध्यापक योगेंद्र सिंह यादव ने कहा कि हर व्यक्ति अगर बीस लीटर पानी प्रतिदिन प्रयोग करता है तो एक सौ तीस करोड़ की जनसंख्या वाले देश में पानी की सर्व सुलभता के लिए शुद्ध जल बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। जल संरक्षण एक्ट 1974 की धारा 41 से जल प्रदूषण फैलाना6 साल जेल और दस हजार रुपए जुर्माना से दण्डनीय अपराध है। पानी बचत की शुरुआत घर से करनी पड़ेगी जैसे शेविंग /ब्रश करते वक्त नल को खुला ना छोड़ें छोड़ें। आ रो प्यूरीफायर से निकलने वाला वेस्ट पानी का संग्रह करें ,उसे बर्तन या कपड़ा धोने में इस्तेमाल करें।
शिक्षक ऋचा बाजपेई ने कहा कि ए सी से निकलने वाले पानी को स्टोर करें और उसे गार्डनिंग में इस्तेमाल करें। घर की छत में बनी पानी की टंकी को ओवरफ्लोर ना होने दें। इस तरह छोटे-छोटे उपाय अपना कर हम पानी को बचा सकते हैं। बच्चों में रागिनी ,सुरागिनी ऋषभ दीपान्शू दिव्यान्शी नैन्सी, आरोही , दिव्या आदि उपस्थित थे।